राजस्थान से लगने वाले जिलों को याद रखने की Trick - Rajasthani gyani

राजस्थान से लगने वाले जिलों को याद रखने की Trick - Rajasthani gyani

नमस्कार अभ्यर्थियों हम आपका राजस्थानी ज्ञानी पर स्वागत हार्दिक करते है। अभ्यर्थियों जैसे की आप सभी जानते हो, की राजस्थान GK एक बहुत बड़ा समुन्दर है। और इसे पार करना इतना आसान भी नहीं है, कई बार राजस्थान GK पढ़ते है, और कुछ समय की लिए वापस भूल जाते है, इसलिए आज राजस्थानी ज्ञानी आपके लिए लेके आया है, राजस्थान के सीमा से लगने वाले जिलों को याद रखने की ट्रिक अगर आपको राजस्थान GK याद नहीं होता है, तो आप हमारी वेबसाइट पर ऐसी शानदार ट्रिक पा सकते है। तो चलिए देखते है। राजस्थान के सीमा लगने वाले जिलों की ट्रिक :- 

राजस्थान से लगने वाले जिलों को याद रखने की Trick - Rajasthani gyani
राजस्थान से लगने वाले जिलों को याद रखने की Trick - Rajasthani gyani

मध्य प्रदेश के राजस्थान से सीमा बनाने वाले जिले

Trick : मुनि की बुआ रात शगुन के सारे आम खा गई

मु - मुरैन

नी - नीमच

बुआ - झाबुआ

रात -राजगढ़

श - शिवपुरी

गुन - गुना

सा - श्योपुर

रे - रतलाम

आ - अगरमालवा

म - मंदसौर

राजस्थान के दस जिले मध्य प्रदेश के दस जिलों के साथ सीमा बनाते हैं।


राजस्थान के मध्य प्रदेश से सीमा बनाने वाले जिले

Trick : भील बाबा ने चिप्स को धोकर झाड़ा

भील - भीलवाड़ा

बा - बांसवाड़ा

बा - बारां

चि - चित्तौड़

प - प्रतापगढ़

स - सवाई माधोपुर

धो - धौलपुर

कर - करौली

झा - झालावाड़

राजस्थान के दस जिले मध्य प्रदेश के दस जिलों के साथ सीमा बनाते हैं।


राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित जिले

Trick : अमा भारतीय धावक है

अ - आगरा

मा - मथुरा

भा - भरतपुर

धा - धौलपुर

राजस्थान के दो जिले उत्तर प्रदेश के दो जिलों के साथ सीमा बनाते हैं।


हरियाणा के राजस्थान से लगने वाले जिले

Trick : रेनू भी फसी हिम में

रे - रेवाड़ी

नू - नूह

भी - भीवाड़ी

फ - फतेहबाद

सी - सिरसा

हि - हिसार

म - महेंद्रगढ़

राजस्थान के सात जिलों की सीमा हरियाणा के सात जिलों के साथ लगती है।


राजस्थान के हरियाणा से लगने वाले जिले

Trick : अजभ हंसी चारू झुझूना देखकर

अ - अलवर

ज - जयपुर

भ - भरतपुर

हं - हनुमानढ़

सी - सीकर

चारू - चूरू

झुझुना - झुंझुनू

राजस्थान के सात जिलों की सीमा हरियाणा के सात जिलों के साथ लगती है।


राजस्थान व पंजाब की सीमा पर स्थित जिले

राजस्थान की सीमा से लगने वाले पंजाब के जिले व पंजाब की सीमा से लगने वाले राजस्थान के जिले

Trick : श्री हनुमान मुफ्त बस सर्विस

श्री - श्री गंगानगर

हनुमान - हनुमानगढ़

मु - मुक्तसर

फ - फाजिल्का

राजस्थान के दो जिले श्री गंगानगर व हनुमानगढ़ पंजाब के दो जिलों के साथ सीमा बनाते है।


पश्चिमी रेगिस्तान के अंतर्गत आने वाले राजस्थान के जिले

पश्चिमी रेगिस्तान का विस्तार बाड़मेर, जैसलमेर, बिकानेर, जोधपुर, पाली, जालोर, नागौर,सीकर, चुरू झूझूनु, हनुमानगढ़ व गंगानगर 12 जिलों में है।

Trick : हमारे गजोधर सिंह के बाबू JI पान पर चूना लगाते हैं -

हमारे - हनुमानढ़

ग - गंगानगर

जोधर - जोधपुर

सिंह - सीकर

बा - बाड़मेर

बू - बीकानेर

JI - जैसलमेर, जालौर, झुंझुनू

पान - पाली

चू - चूरू

ना - नागौर

काजरी के डा. कृष्णन के अनुसार रेगिस्तान का प्रसार 5 जिलों में और हो चुका है। जयपुर, अलवर, अजमेर, सिरोही व राजसमंद।


UNESCO विश्व धरोहर की सूची में शामिल राजस्थान के 6 किले

Trick : RAS CGK (Current GK)

R – रणथम्भौर(सवाई माधोपुर)

A – आमेर(जयपुर)

S – सोनारगढ़(जैसलमेर)

C – चित्तौड़गढ़(चित्तोड़गढ़)

G – गागरोण ( झालावाड़)

K – कुम्भलगढ़(राजसमंद)

राजस्थान के 6 किलों को जून 2013 में UNESCO विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया।


राजस्थान कैबिनेट मंत्री

मंत्रीमंत्रालयTrick
अशोक गहलोत गृह,वित्त, नीति आयोजन, आबकारी, कार्मिक , न्याय आदि मैंने गहनता(गहलोत) से विचार के बाद गृह में वित्त को खर्च करने के लिए नीति बनाई और तय किया सब आबकारी कर्मिकों के साथ न्याय होगा।
सचिन पायलटसार्वजनिक निर्माण, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, विज्ञान व प्रौद्योगिकी और सांख्यकी सचिनाई(चिनाई) यानी निर्माण, निर्माण से गांवों का विकास होगा, पंचायतें तरक्की करेंगी।
बीडी कल्लाभू-जल, ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, कला, साहित्य, संस्कृति और पुरातत्व बीडी के जलने ऊर्जा पैदा होती है बीडी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। कल्ला से साहित्य कला।
शांति कुमार धारीवालस्वायत्त शासन, नगरीय विकास एवं आवासन शांति वही होगी जहां स्वंय का शासन होगा और नगर विकास करेंगे।
मास्टर भंवरलाल मेघवालसामाजिक न्याय, आपदा प्रबंधन एवं सहायता मास्टर(गुरूजन) समाज में न्याय के लिए आवश्यक हैं, भंवर में फसने पर आपदा प्रबंधन एवं सहायता की आवश्यकता होती है।
लालचंद कटारियाकृषि, पशुपालन एवं मत्स्य खेतों में पशुओं के डर के कारण कटार ले जानी पड़ती है।
रघु शार्माचिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सूचना व जनसंपर्क रोगु(रघु) व्यक्ति को चिकित्सा की आवश्यकता होती है। और रोग के फैलने से बचाने के लिए उसे जनसंपर्क से दूर रहना चाहिए।
विश्वेन्द्र सिंह पर्यटन, देवस्थान विश्व के देवस्थान भ्रमण के लिए पर्यटन करना होगा
रमेश चंद मीणा खाद्य एवं नागरिक आपूर्पि और उपभोक्ता मामले चंदे से हम नागरिक आपूर्ति के खाद्य सामग्री खरीद सकते हैं
प्रताप सिंह खाचरियावास परिवहनपरिवहन करने के लिए गाड़ी को खिंचना पड़ता है
सालेह मोहम्मद अल्पसंख्यक मामलातसालेह(सोलह) बहुत कम है यानी संख्या में अल्प है
प्रमोद भाया खान, गोपालन प्रमोद भाया खाना(खान) खाया, दुध(गाय) पिया
गोविंद सिंह डोटासरा(राज्य मंत्री)शिक्षा—प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) डोट(पेन) शिक्षा के काम आती है
ममता भूपेश(राज्य मंत्री) महिला एवं बाल विकास(स्वतंत्र प्रभार) ममता स्त्रीयां बालकों पर लुटाती है
अशोक चांदना(राज्य मंत्री)युवा मामले-खेल(स्वतंत्र प्रभार) एक अशोक मुख्यमंत्री है तो दुसरे को कोई काम नहीं बस खेलना है
सुखराम विश्नोईवन विभाग (स्वतंत्र प्रभार)विश्नोई समाज वन संरक्षण में हमेशा से आगे रहा है
परसादी लाल उद्योग और राजकीय उपक्रम..
हरीश चौधरी राजस्व, जल उपयोगिता..
उदयलाल आंजना सहकारिता, इंदिरा गांधी नहर परियोजना..

राजस्थान मंत्रिमंडल और मंत्रियों के विभाग


राजस्थान में रोप वे

Trick : हनुमान जी ने सावित्री की मंशा की सुध ली।(अवरोही क्रम-नए से पुराने)

  1. हनुमान - सामोद वीर हनुमान मंदिर चौमू(जयपुर) - 400 मी.
  2. सावित्री - सावित्री माता पुष्कर - लंबाई 700 मी.
  3. मंशा - मंशापूर्ण करणीमाता उदयपुर - लंबाई 387 मी.
  4. सुध - सुंधामाता जालोर -लंबाई 800 मी.

सुन्धा(सुंडा) पर्वत पर चामुण्डा देवी का प्रसिद्ध मंदिर। जहां राजस्थान का प्रथम रोप वे 20 दिसम्बर 2006 को प्रारंभ किया गया। सामोद वीर हनुमान मंदिर रोप-वे समोद के वीर धाम में 25 मई 2019 को शुरू किया गया है। जयपुर जिले के नांगल भरड़ा(तहसील चौमू) के समोद पर्वत पर वीर हनुमान धाम की खोल में 3 वर्ष पूर्व शुरू हुए रोप वे प्रोजेक्ट को लेकर चल रही सभी अड़चने दूर होने के बाद विधिवत रूप से शुरू हो गया है। कोलकाता की केंयवेर ओर रोप वे सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी ऑपरेटर प्रमोद कुमार ने बताया कि रोप वे ऑटोमेटिक सेंसर सिस्टम से ऑपरेटिंग सिस्टम हैं। एक ट्रॉली में 9 यात्री बैठ सकेंगे 4 टॉवरों की मदद से 3 -3 ट्रॉलियों में 27 श्रदालू सवार हो सकेंगे। नीचे से मंदिर की 380 मीटर की दूरी हैं। 5.50करोड़ की लागत से बनाया गया है।

     







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